Md Chand Rizvi
Saturday, 29 May 2021
Md Chand Rizvi
काश हाले दिल जाना होता ना चांद यों तेरे प्यार मैं दीवाना होता है चांद के हाथ लकीरों में होती तुम भले ही दुश्मन सारा जमाना होता
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